गौ का विश्वरूप

भजन

इस सन्दर्भ में भक्तों ने गाया है-

सर्वदेवमयी गौ माता को जो करे दण्डवत प्रणाम।

अतुलित सुख शांति धन वैभव, जो चाहे सोही वो पावे॥

अवर्णनीय महिमा गौ माता की, पूर्ण करते मनोरथ भक्तन के।

जोहि जोहि माँगे सोहि सोहि पावे, जो उनकी सेवा चित लावे॥

संत लोगों के विचार

परम भगवदीय एवं गोभक्त श्री गोपालदास बाबा ने प्रात: स्मरणीय श्री हनुमान प्रसाद जी पोद्दार द्वारा सम्पादित "गो सेवा के चमत्कार" पुस्तक (अब अप्राप्य) मुझे पढने को दी तथा साथ में निर्देश भी दिया कि उक्त पुस्तक के प्रमुख संस्मरणों एवं अन्य धार्मिक ग्रंथों में निहित विचारों के आधार पर गो विषयक पुस्तक का सम्पादन किया जाए।