आबुनाथस्वामी अबधूत विश्वगुरु महामण्डलेश्वर परमहंस श्री महेश्वरानन्द पुरीजी, पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा

मैं जो भी कहता हूं वह महाप्रभुजी के ही शब्‍द हैं । वेदों और उपनिषदों में जो कहा गया है वह महाप्रभुजी ने कहा है । मेरी इच्‍छा आप सब को केवल शरीर से ही स्‍वस्‍थ व सुन्‍दर बनाने की नहीं है, मैं तो आपको जन्‍म मरण के बन्‍धन से ही छुटकारा दिलाना चाहता हूँ । मेरा प्रयास आपके समस्‍त कर्मों को ही काट देने का है । मैं उस सबसे बडे वकील से आपकी वकालत कर रहा हूं और करता रहूंगा कि जब आप इस संसार से जाएं तो आप खाली हाथ न जायें उस समय आपके साथ असली ज्ञान की ज्‍योति भी हो जो आपको परम प्रभु से मिला दे ।

June 2019

विश्वगुरुजी को योग रत्न पुरस्कार मिला

London, 20 June 2019

ऑल पार्टी पार्लियामेंटरी ग्रुप (APPG) के भारतीय पारंपरिक विज्ञान,
दैनिक जीवन में योग-वैज्ञानिक प्रणाली,
के लेखक एवं भारत गौरव
परमहंस श्री स्वामी महेश्वरानंदजी - महानिर्वाणी अखाड़ा के विश्वगुरुजी,

संयुक्त राष्ट्र के 5 वें अंतर्राष्ट्रीय दिवस के निमंत्रण पर मुख्य अतिथि
के रूप में हाउस ऑफ कॉमन्स, लंदन, ब्रिटेन
में आयोजीत योग
उत्सव मे शामिल हुए।। प्राचीन भारतीय मूल ज्ञान और दुनिया
भर में योग के ज्ञान के प्रसार के लिए
समर्पित उनके 50 वर्षों के
लिए प्रशंसा के प्रतिक चिन्ह के रूप में, विश्वगुरुजी को अखिल
पार्टी संसदीय समूह से
योग रत्न (योग का रत्न) पुरस्कार द्वारा
सम्मानित किया गया।